“CORONA- BOON OR CURSE”

आप “Corona” को क्या मानते हो, वरदान या श्राप, क्या Corona वरदान भी हो सकता है?

Let’s Begin……………..

आप कहेंगे की CORONA वरदान कैसे हो सकता है, ये तो हमेशा श्राप ही रहेगा,तो आप बिलकुल सही है, ये महामारी सम्पूर्ण मानव जाति के लिए एक अभिशाप ही है, मैं भी यही मानता हु लेकिन, मैं यंहा आप को ये बताना चाहता हु, की हमें इस समय को केसे लेना है, मेरे कहने का मतलब है, इस समय का हमें कैसे सदुपयोग करना है, जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते है, वेसे ही हम भी बुरा और अच्छा सोचते है, यंहा ध्यान देने योग्य ये बात है, की हम इसे केसे लेते है, इसे समझाने के लिए मैं  आप को दो अलग अलग लोगो के सोचने की technique के बारे में बताता हूँ, कैसे Optimistic और Pessimistic person इस situation को handle करते है|

Pessimistic – निराशावादी

  1. हर Solution में Problem ढूंड लेते है
  2. हमेशा पारिस्थि का रोना रोते रहते है
  3. कभी भी किसी की Help नहीं करते है
  4. अपनी कमजोरी का कारण, हमेशा दुसरो को ही मानते है
  5. हमेशा Negative ही बोलते है, और Negative ही सोचते है,
  6. उनका यही मानना है, की हमेशा बुरा ही होगा|

ptimistic- आशावादी

  1. हर problem में solution find करता है
  2. अपने time का proper utilisation करता है
  3. किसी भी पारिस्थि में हार नहीं मानते है
  4. किसी को कभी भी कोई दोष नहीं देता है
  5. हमेशा दूसरो की मदद करने के लिए तैयार रहते है

Optimistic person इस lockdown में भी खुश है, क्यों की उसे पता है, उसके दुखी होने से भी ये Situtation बदलने वाली नहीं है, तो क्यों न इस समय को हँसते हँसते जिया जाये, दुसरे तरफ  Pessimistic लोग सिर्फ और सिर्फ रोना ही जानते है, वो समय का सदुपयोग करना नहीं जानते है, बल्कि वो अपना और दुसरो का समय ख़राब ही करना जानते है|

मैं यंहा ये कहना चाहता हूँ, की यदि परिश्तिथि हमारे अनुकूल नहीं है, तो हमें Situtation को देखते हुए उस परिश्तिथि के अनुसार ही काम करना चायिये, न की उस परिश्तिथि को ले कर Negative हो जाना चायिये|

इस Image को देख कर आप को क्या लग रहा है, आप कहेंगे की गिलास आधी खाली है, या आप कहेंगे, की गिलास आधी भरी है, आप के दोनों answer ही सही है, लेकिन यंहा सवाल सही या गलत का नहीं है, यंहा सवाल सोच का है, Optimistic इसे आधा भरा कहेगा तो Pessimistic इसे आधा खाली, दोनों ही सूरत में जवाब सही है, बस फर्क है, तो सिर्फ सोच का, हमें हर परिस्तिथि में positive ही रहना चायिये, क्योकि जैसा हम सोचेंगे वेसे ही हम बन जायेंगें,

एक Famous quote है, you become what you think.

Corona is a boon for those, who think positive.

Let’s look on what we learned in this lockdown….

Personal Benefits

  1. We learned to live without, going outside
  2. We learned to stay home, and spend time with our family
  3. We learned live without eating fast-food, Junk Foods
  4. We learned how to celebrate our birthday, Anniversary with our friends, relatives over Internet

Benefits to Society

  1. We learned that, there can be a marriage even, when there are fewer guests.
  2. We learned to buy from our local shopkeepers  हमारे PM श्री नरेन्द्र मोदीजी ने भी हमें लोकल को support करने के लिए कहा हे, # VOCAL FOR LOCAL
  3. We learned , How to help others
  4. We learned, how to create opportunity in adversity

इस तरह, Positive लोगो ने इस lockdown में भी, अपने जीने का तरीका खोज लिया, और दूसरी तरफ negative लोग हमेशा पारिस्थि को दोष देते हुए, अपनी पूरी ताकत Negative काम में ही लगा देते है|

Think Positive, Be Positive….

https://youtu.be/XLCoMEKrT0k

Change Your Mindset, Change Your Life

अक्सर हमने लोगो से सुना है, की अपने मन को शांत रखो या अपने मन को control में रखो, तो क्या हम अपने मन के बस में है, क्या मन पर हमारा control नहीं है…….यदि ऐसा है, तो हम अपने मन पर control कैसे कर सकते है…….

इसे हम थोडा detail में समझते है….

Change Your Mindset, Change Your Life.

इससे पहले की मैं ये बताऊ की हम, हमारे मन के control में है या नहीं, कुछ सवाल पूछना चाहूँगा….

  1. क्या आप को गुस्सा आता है?
  2. क्या आप किसी की बात का बुरा मान लेते है?
  3. क्या आप एक ही बात को बार बार सोचते रहते है?
  4. क्या आप ज्यादा सोचना छोड़ना चाहते है?
  5. क्या आप का अपने आप पर control नहीं है?
  6. क्या आप दुसरो की बात पर जल्दी विश्वास कर लेते है?

यदि इन सवालो का जवाब हाँ में है, तो ये Post आप के लिए है….. क्यों की आप, अपने मन के control में नहीं रहना चाहते है.

Important Note

“If you don’t control your mind , someone else will”

“The mind of man is capable of anything.” —Joseph Conrad

हम अपने मन में दिन भर होने वाली बात या किसी घटना को याद करते रहते है, इससे हमारा दिमाग उस बात को बार बार हमें याद दिलाता रहता है ,जबकि हम उसे भूलना चाहते है….. लेकिन बार बार सोचने के कारण हम उसे भुला नहीं पाते है….और परेशान रहते है…… इससे निकलना जरुरी है…नहीं तो ये आगे चल कर depression में भी बदल सकता है|

मन को control करने के दो तरीके है

  1. Temporary
  2. Permanent

Temporary: –वो उपाय जिससे हम अपने मन को थोड़ी देर के लिए divert कर सकते है… इसके लिए

  1. आप अपने दोस्तों से बाते कर सकते है
  2. Movie देखने जा सकते है
  3. Motivational Post, पढ़ सकते है
  4. अपने आप को busy रखने की कोशिश कर सकते है
  5. छोटे बच्चो के साथ खेल सकते है…… इस तरह से आप अपने मन में आने वाले विचारो को कुछ देर तक तो रोक सकते है….लेकिन permanent तो नहीं………….

तो ये तो थे temporary तरीके, अब हम बात करते है Permanent:-

  1. Believe in yourself and that you can change- अपने आप पर भरोसा करे, की आप बदल सकते है, यदि आप भरोसा नहीं करेंगे तो आप उतनी मेहनत नहीं करेंगे जितनी आप को सफल होने के लिए करनी चायिये.
  2. हमें ये समझना होगा की ये हमारी सिर्फ सोच है, इसका reality से कुछ भी नहीं लेना देना , ये एक सपने की तरह है…..जेसै जगने पर सपना टूट जाता है… वेसे ही it’s just a thoughts only
  3. जब हम ये समझ लेंगे की इसका वास्तविकता से कुछ भी नहीं लेना, तो वो सोच अपने आप धीरे धीरे चली जाएगी….
  4. No Negative Instruction to Mind- Replace your negative thoughts with positive thoughts
  5. Observe your own Mind: – अपने mind के सोचने के pattren पर ध्यान दीजिए, की हम ऐसा क्यों सोचते है…. We are what we repeatedly do.”
  6. Stop Overthinking अपने साथ हुई किसी घटना को लेकर हमेशा ये मानना की आगे भी मेरे साथ बुरा ही होगा…. eg.मेरा बचपन मुश्किलों में गुजरा है, इसलिए मेरा future भी ऐसा ही होगा… आपको अपनी इस सोच को रोकना होगा…..

 “Don’t waste your time

thinking about things that

     you can’t change”

  • Avoid Personalization: – ये हमारी ही सोच है, की हम उस परिशथिति के लिए भी अपने आप को दोषी मानते है, जिस पर हमारा control भी नहीं होता है… इसके लिए आप को, अपने आप को दोष देना बंद कर देना चायिये क्यों की उस situation पर आप का control नहीं है….
  • Stop jumping to conclusion- eg. यदि आप इस नतीजे पे पहुँचते हे की वो person आप को पसंद नहीं करता , जबकि आप के पास ऐसा कोई evidence नहीं है….. तो आपको ऐसा करना बंद कर देना चायिये, ऐसा आप सिर्फ अपनी सोच की वजह से ही करते है…
  • Smile, even if you don’t feel like it– यदि आप प्रतिकूल परिशथिति में भी मुस्कराते है, तो आप अपने मन और mind को control कर सकते है…… क्यों की

Life is like a mirror. Smile at it and it smiles back at you- Peace Pilgrim

तो हमने देखा की हम हमारे मन को positive सोच के साथ control कर सकते है….और अपनी life को change कर सकते है…..

Thank you for reading

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